बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

फाइनल सेटेलमेंट कि सुची को लेकर मजदूर पहुंचे एडीएम बिल्डिंग।।।

फाइनल सेटेलमेंट कि सुची को लेकर मजदूर पहुंचे एडीएम बिल्डिंग।।।

Report by ओस्ताज अंसारी


गढ़वा जिले के भवनाथपुर प्रखंड के तुलसीदामर डोलोमाइट खदान के बन्दी के दो वर्ष के बाद मजदूरो का फाइनल सेटलमेंट (अंतिम भुगतान) पर मुहर लगने के बाद भवनाथपुर तुलसीदामर डोलोमाइट खदान पूर्ण रूप से बंद हो गया। फाइनल सेटलमेंट को लेकर मंगलवार को खदान समूह के मजदूर दो फाड़ में दिखे। बीते 28 दिसंबर 2021 को पटना में केंद्रीय श्रमायुक्त व क्षेत्रीय श्रमायुक्त के कोर्ट में सेल प्रबंधन एटक, इंटक ददई गुट, इंटक त्रिपाठी गुट, पलामू खान मजदूर संघ व मजदूरो के बीच फाइनल सेटलमेंट पर सहमति बनी थी, जिसमे फाईनल सेटलमेंट भुगतान से पूर्व मजदूरो के अंतिम भुगतान की पूर्ण राशि का सेल के प्रशासनिक भवन गेट पर परचा चस्पा कर दिया जायेगा।मजदूर फाइनल सेटलमेंट की भुगतान को लेकर जब मेसर्स आरएस ग्रेवाल कम्पनी के पार्टनर शिवपूजन यादव के आवास सह कार्यालय पहुंचे तो कहा गया कि अंतिम भुगतान के स्लीप पर जो मजदूर अंगूठा लगाते है, वो अंगूठा लगाये और जो मजदूर हस्ताक्षर करते है, वो हस्ताक्षर करें। इस पर कुछ मजदूरो ने कंपनी की बात को मानते हुए अंतिम भुगतान स्लीप पर अंगूठा व हस्ताक्षर कर दिये, जबकि अधिकांश मजदूर इसका विरोध करते हुए सेल के प्रशासनिक भवन पहुंच गए और वहाँ भी अंतिम भुगतान का सूची टांगा हुआ नही देखकर नाराज हो गए। मजदूरो के आक्रोशित होने की सूचना मिलते ही भवनाथपुर पुलिस निरीक्षक चंदन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ सेल प्रशासनिक भवन पर पहुंचे व मजदूरो को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। मजदूर जयकुमार राम, शंभु राम, लखन राम, लल्लू राम आदि लोगो ने बताया कि ठेका कंपनी के द्वारा खदान में काम करने के दौरान मजदूरी भुगतान उनके बैंक खाते में जाता रहा उस समय किसी मजदूर ने अंगूठा या हस्ताक्षर नही किया। लेकिन आज अंतिम भुगतान पर किस मजदूर को कितना राशि मिल रहा है, यह बिन बताये कंपनी द्वारा अंतिम भुगतान स्लीप पर मजदूरो का अंगूठा का निशान और हड़ताक्षर करवाया जाना गलत है, इससे सेल प्रबंधन और ठेका कंपनी की बीच साजिस की प्रतीत हो रही है। 
फाइनल सेटलमेंट को लेकर मजदूरो से अंगूठा और हस्ताक्षर करवाये जाने के सवाल पर मेसर्स आरएस ग्रेवाल कम्पनी के पार्टनर अभय प्रसाद ने बताया कि फाइनल सेटलमेंट के बारे में पता करने पहुंचे कुछ मजदूरो ने स्लीप पर अंगूठा और हस्ताक्षर किये है, मजदूरो के अंतिम भुगतान पर मुहर उनकी तय राशि के अनुरूप ही हुई है। बैंक खाते के माध्यम से ही सभी का अंतिम भुगतान होगा, मजदूरो को अंतिम भुगतान स्लीप पर हस्ताक्षर करने और अंगूठा लगाने से क्या आपत्ति है। 
उल्लेखनीय है, कि तुलसीदामर डोलोमाइट खदान बिगत 16 फरवरी 2020 से वातावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र फेल हो जाने के चलते बंद है। खदान बंद होने से खदान समूह में काम करने वाले 730 टोकनधारी मजदूर बेकार हो गये, और उन पर आश्रित हजारो परिवार के समक्ष रोजी रोटी के लाले पड़ चुके है। खदान बंद होने के बाद से इंटक त्रिपाठी गुट खदान खुलवाने और मजदूरो के काम के बदले का भुगतान को लेकर लगातार 23 माह तक आंदोलन करते रहा। अंततः दूसरे मजदूर यूनियन सेल प्रबंधन के साथ मिलकर फाईनल सेटलमेंट तक पहुंचा दिया। 1 फरवरी से मजदूरो के अंतिम भुगतान की प्रक्रिया सेल प्रबंधन और ठेका कंपनी के द्वारा शुरू कर दी गयी है। तुलसीदामर डोलोमाइट खदान के मजदूरो का अंतिम भुगतान होने से उक्त खदान खुलने की संभावना पर पूर्ण विराम लग गया।


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