मुआवजा के लिए परिजनों ने लगाई सरकार से गुहार।
Report by विजय कुमार साहू
गौरतलब हो कि खरौंधी थाना क्षेत्र के शिसरी गांव में सुधाकरा कंपनी के द्वारा बनाए जा रहे पानी टंकी में शिसरि गांव निवासी सुमारू बैठा पिता नकछेदी बैठा का पानी टंकी में काम करने के दौरान मौत हो गया यह घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी यह घटना की जानकारी मिलते हीं खरौंधी थाना प्रभारी अभय कुमार ने अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली खरौंधी प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश महतो ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटनास्थल की जानकारी लेते हुए मृतक के परिजनों को हर संभव सरकारी उचित लाभ दिलाने का आश्वासन दिया यह घटना की जानकारी दूरभाष के माध्यम से सुधाकरा कंपनी के संवेदक को दिया गया संवेदक ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली मृतक मजदूर सुमारू बैठा के परिजनों ने एवं सभी जनप्रतिनिधियों ने मुआवजा के लिए कंपनी से अपनी मांग को लेकर अड़े रहे मृतक के परिजनों ने 2500000 लाख रुपए तथा एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने को लेकर अड़े हुए थे यह मुआवजा को लेकर कंपनी से संवेदक आलोक जी बहुत प्रयास किए लेकिन सफलता होने का नाम नहीं ले रहा था, तब तक भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने संवेदक से दुरभाश के माध्यम से बात कर उचित मुआवजा देने को कहा। साथ हीं साथ विधायक ने कहा कि अगर आप उचित मूल्य नहीं देते हैं तो आपका काम बंद करवा दूंगा इसलिए आप वह गरीब मजदूर को जल्द से जल्द उचित मुआवजा दें ।
यह बात जब संवेदक से हुआ तो संवेदक में 1000000 लाख रुपए एवं मृतक के आश्रित को प्रतिदिन एक हाजिरी देने को कहा तब इस बात पर मृतक के परिजन तथा सभी जनप्रतिनिधियों ने संवेदक को बंधक बनाकर रखा था सुधाकरा कंपनी के संवेदक आलोक जी ने मृतक के परिजनों को अभिलंब 1000000 लाख रुपए एवं एक व्यक्ति को नौकरी देने को कहा तब उनको बंधक से मुक्त कराया गया समाचार लिखे जाने तक शव घटनास्थल पर ही पड़ा हुआ था ,
वही घटनास्थल पर मौजूद गढ़वा जिला सेवा दल के जिला अध्यक्ष राहुल कुमार दुबे, खरौंधी थाना प्रभारी अभय कुमार, एसआई सुनील सिंह, एसआई सुखराम उरांव, खरौंधी प्रमुख धर्मराज पासवान, 20 सूत्री अध्यक्ष राजेश कुमार रजक, विधायक प्रतिनिधि उपेंद्र दास, अशोक ठाकुर, भाजपा मंडल अध्यक्ष संध्या कर विश्वकर्मा, समाजसेवी डॉक्टर रामनाथ मेहता, अरंगी मुखिया शिवकुमार यादव, सिसरी मुखिया महेंद्र शाह सहित सभी ग्रामीण उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें